अनुसंधान का अर्थ Meaning of Research in Hindi
अंग्रेजी का यह शब्द अनुसंधान की प्रक्रिया को प्रस्तुत करता है जिसमें शोधार्थी पूर्व किसी तथ्य को बार-बार देखता है जिसके सम्बन्ध में प्रदत्तों को एकत्रित करता है तथा उनके आधार पर उसके सम्बन्ध में निष्कर्ष निकालता है।
अनुसंधान का अर्थ अंग्रेजी में अनुसंधान को ‘‘रिसर्च’’ कहा जाता है व दो शब्द से मिलकर बना है रि+सर्च ‘‘रि’’ का अंग्रेजी में अर्थ है बार-बार तथा ‘‘सर्च’’ शब्द का अर्थ है ‘‘खोजना’’।
अनुसंधान (शोध) के प्रकार Types of Research in Hindi
शोध कार्य सम्पन्न करने हेतु विभिन्न प्रणालियों का प्रयोग किया जाता है। अतः शोध के कई प्रकार होते है।
- मात्रात्मक अनुसंधान (Quantitative Research)
- गुणात्मक अनुसंधान (Qualitative Research)
- विवरणात्मक अनुसंधान (Descriptive Research)
- विश्लेषणात्मक अनुसंधान (Analytical Research)
- अनुप्रयुक्त अनुसंधान (Applied Research)
- आधारभूत अनुसंधान (Fundamental Research)
- अवधारणात्मक अनुसंधान (Conceptual Research)
- नैदानिक अनुसंधान (Diagnostic/ Clinical Research)
- ऐतिहासिक अनुसंधान (Historical Research)
- समीक्षात्मक विधि
1). मात्रात्मक अनुसंधान Quantitative Research
मात्रात्मक अनुसंधान (Quantitative Research) शोध का एक प्रकार है। यह एक रेखीय होता है। इसके अंतर्गत संख्यात्मक तथ्यों की संकल्पना की जाती है। इसमें निगमनात्मक तर्क पद्धति का प्रयोग किया जाता है।
2). गुणात्मक अनुसंधान (Qualitative Research)
गुणात्मक अनुसंधान (Qualitative research) कई अलग शैक्षणिक विषयों में विनियोजित, पारंपरिक रूप से सामाजिक विज्ञान, साथ ही बाज़ार अनुसंधान और अन्य संदर्भों में जांच की एक विधि है। गुणात्मक शोधकर्ताओं का उद्देश्य मानवीय व्यवहार और ऐसे व्यवहार को शासित करने वाले कारणों को गहराई से समझना है। गुणात्मक विधि निर्णय के न केवल क्या, कहां, कब की छानबीन करती है, बल्कि क्यों और कैसे को खोजती है। इसलिए, बड़े नमूनों की बजाय अक्सर छोटे पर संकेंद्रित नमूनों की ज़रूरत होती है।
गुणात्मक विधियां केवल विशिष्ट अध्ययन किए गए मामलों पर जानकारी उत्पन्न करती हैं और इसके अतिरिक्त कोई भी सामान्य निष्कर्ष केवल परिकल्पनाएं (सूचनात्मक अनुमान) हैं। इस तरह की परिकल्पनाओं में सटीकता के सत्यापन के लिए मात्रात्मक पद्धतियों का प्रयोग किया जा सकता है।
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3). विवरणात्मक अनुसंधान (Descriptive Research)
विवरणात्मक अनुसंधान (Descriptive Research) इस प्रकार के शोध के अंतर्गत अध्ययन के समय जो परिस्थितियाँ हैं उनका उसी रूप में शोधार्थी द्वारा प्रस्तुतीकरण किया जाता है। इसमें तथ्यों का संकलन महत्वपूर्ण होता है। इसे वर्णनात्मक अनुसंधान की संज्ञा भी दी जाती है। इस प्रकार के अनुसंधान का परिचय देते हुए 'शोध प्रविधि' नामक पुस्तक में डॉ. विनयमोहन शर्मा लिखते हैं कि- "व्याख्यात्मक या वर्णनात्मक शोध में मानव-जीवन की सभी वर्तमान समस्याओं पर, चाहे वे साहित्य, समाज-विज्ञान या शुद्ध विज्ञान से सम्बन्ध रखती हों, अनुसन्धान किया जाता है।"
4). विश्लेषणात्मक अनुसंधान (Analytical Research)
विश्लेषणात्मक शोध (Analytical Research) शोधकर्ता का चरों (variables) पर नियंत्रण होता है। शोधकर्ता पहले से उपलब्ध सूचनाओं व तथ्यों का अध्ययन करता है।
5). अनुप्रयुक्त अनुसंधान (Applied Research)
विज्ञान की वे शाखायें जो पहले से विद्यमान वैज्ञानिक ज्ञान का का उपयोग और अधिक व्यावहारिक कार्यों (जैसे प्रौद्योगिकी, अनुसंधान आदि) के सम्पादन के लिये करतीं हैं, उन्हें अनुप्रयुक्त विज्ञान (applied science) कहते हैं। 'शुद्ध विज्ञान', अनुप्रयुक्त विज्ञान का उल्टा है जो प्रकृति की परिघटनाओं की व्याख्या करने एवं उनका पूर्वानुमान लगाने आदि का कार्य करता
इंजीनीयरिंग (अभियांत्रिकी) की विद्या अनुप्रयुक्त विज्ञान है। अनुप्रयुक्त विज्ञान टेक्नोलोजी विकास के लिये महत्वपूर्ण्ण है। औद्योगिक क्षेत्र में इसे 'अनुसंधान और विकास' (R&D) कहते हैं।
6). आधारभूत अनुसंधान (Fundamental Research)
आधारभूत अनुसंधान वे अनुसंधान है जिनके निष्कर्षों द्वारा किन्ही विशेष वैज्ञानिक नियमों का प्रतिपादन हो। एण्ड्रीआस के मतानुसार - मूलभूत अनुसंधान का मुख्य उद्देश्य नई प्ररचनाओं का निर्माण करना है।
7). नैदानिक अनुसंधान (Diagnostic/ Clinical Research)
नैदानिक मनोविज्ञान, clinical psychology मनोवैज्ञानिक आधार वाले संकट या दुष्क्रियता से बचाव तथा राहत प्रदान करने या व्यक्तिपरक स्वास्थ्य तथा व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने वाला एक एकीकृत विज्ञान, सिद्धांत तथा नैदानिक ज्ञान है। इस पद्धति के केंद्र में होते हैं मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन तथा मनोचिकित्सा; यद्यपि नैदानिक मनोवैज्ञानिक, अनुसंधान, शिक्षण, परामर्श, विधि चिकित्साशास्त्र संबंधी साक्ष्य (forensic testimony) तथा कार्यक्रम विकास एवं प्रशासन में भी संलिप्त होते हैं। कई देशों में नैदानिक मनोविज्ञान एक नियंत्रित मानसिक स्वास्थ्य पेशा है।
8). ऐतिहासिक अनुसंधान (Historical Research)
ऐतिहासिक विधि (Historical method) उन तकनीकों और दिशानिर्देशों का समुच्चय है जिनका उपयोग इतिहासकार अतीत के इतिहास के अनुसन्धान तथा लेखन के लिए करते हैं। इसके लिए प्राथमिक स्रोतों और पुरातत्व सहित अन्य साक्ष्यों का उपयोग किया जाता है। इतिहास के दर्शन में, ज्ञानमीमांसा नामक उपक्षेत्र में एक उचित ऐतिहासिक विधि की सम्भावना एवं प्रकृति का प्रश्न उठाया जाता है। ऐतिहासिक पद्धति तथा इतिहास लेखन की विभिन्न विधियों के अध्ययन को इतिहासलेखन (historiography) कहते हैं।